भारत में इस्लामी आतंकवाद का फर्जी हव्वा कांग्रेस ने खड़ा किया था

# हिमांशु कुमार
इस्लामी आतंकवाद मोदी जी के आते ही खत्म हो गया


इसलिये नहीं कि मोदी जी के आते ही मुसलमान डरकर शरीफ बन गये


असल में भारत में कोई इस्लामी आतंकवाद था ही नहीं


इस्लामी आतंकवाद का फर्जी हव्वा कांग्रेस ने खड़ा किया था


इस्लामी आतंकवाद का हव्वा सारी दुनिया में खड़ा किया गया था


मरते पूंजीवाद और पश्चिम की आर्थिक मंदी से निकलने का एक ही रास्ता था


नये देशों पर कब्ज़े करो और हथियार बेचो तथा मुनाफा कमाओ


अमेरिका ने आतंकवादी खड़े किये


कौन नहीं जानता ओसामा एक अंग्रेजी बोलने वाला अमेरिका का नागरिक और एक सफल व्यापारी था


जिसे अमेरिका ने रूस को तोड़ने के लिए अफगानिस्तान भेजा उसे ट्रेनिंग दी और हथियार दिए


इराक पर कब्जा करने के लिए अमेरिका और ब्रिटेन ने मिलकर रासायनिक हथियारों का झूठा हव्वा खड़ा किया और इराक पर कब्जा कर लिया


हालांकि इराक के पास से एक तेजाब की बोतल तक नहीं मिली


लेकिन अमेरिका ने इराक में घुसकर एक चुने हुए राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को फांसी पर लटका दिया


यह अंतरराष्ट्रीय गुंडागर्दी की इंतेहा थी


इस खेल में भारत की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस अमेरिका की पार्टनर बनी


क्योंकि भारत की कांग्रेस भी पूंजीपतियों की गुलाम बन चुकी थी


जिस समय अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्लामी आतंकवाद का झूठा हव्वा खड़ा किया


कांग्रेस ने भारत ने भी वैसा ही इस्लामी आतंकवाद का झूठा हव्वा खड़ा किया


भारत की आईबी के लोग मुस्लिम लड़कों को भड़का कर उनका रेडिकलाइजेशन करते थे


उत्तर प्रदेश के संगठन रिहाई मंच ने इस तरह के अनेकों मामले पकड़े जिसमें आईबी खुद मुस्लिम लड़कों को जाकर भड़काने का काम करती थी


बाद में मुस्लिम लड़कों को जेलों में बंद कर दिया जाता था


भारत में ऐसे अनेकों मामले हैं जिसमें सरकारी सुरक्षा एजेंसियां शामिल रही हैं


कौन नहीं जानता कि चिदंबरम के समय में इंडियन मुजाहिदीन नाम का संगठन भारत के गृह मंत्रालय ने फर्जी तौर पर फाइलों के भीतर बनाया था और अपने ही एजेंटों के द्वारा जगह-जगह वारदातें करवाई थी


जामा मस्जिद इलाके से लियाकत को गिरफ्तार किया गया और उसके पास से एके-47 बरामद दिखाई गई बाद में सीसीटीवी फुटेज में दिल्ली पुलिस के सिपाही उसके कमरे में हथियार रखते हुए रिकॉर्ड किए गए


उस समय भारत का गृहमंत्री चिदंबरम मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे


असल में आतंकवाद हमेशा से सरकार का ही धंधा रहा है


आतंकवाद के नाम पर सरकार हमेशा जनता को डरा कर रखती है और उसे यह अहसास कराती रहती है कि सरकार नहीं होगी तो आपकी सुरक्षा कौन करेगा?


इस तरह आपकी सुरक्षा को सबसे बड़ा सरकार की उपलब्धि बना दिया जाता है


और उसकी आड़ में गरीबी मिटाना बेरोजगारी मिटाना मुफ्त शिक्षा देना जैसे मुद्दे पीछे कर दिए जाते हैं


सरकार पूंजीपतियों की सेवा करती रहती है


आतंकवाद पूरी तरह से पूंजीवाद का हथियार है


इसलिए चाहे वो इस्लामी आतंकवाद हो या भगवा आतंकवाद दोनों ही सरकार के धंधे हैं


असल में आप वोट देकर आतंकवादियों को ही सत्ता में बिठाते हैं सरकार बनती ही पूंजी पतियों की सेवा करने के लिए है


पार्टियां करोड़ों रुपया खर्च करके सत्ता में आपकी सेवा करने के लिए नहीं आती


राजनीति एक बहुत बड़ा बिजनेस है वह आपकी सेवा के लिए नहीं है


लेकिन आपको तो यह सब इसलिए समझ में नहीं आएगा क्योंकि आप हिंदू मुसलमान बड़ी जात छोटी जात में बंटे हुए हैं


और राजनीति आपके बंटे हुए होने को और ज्यादा बढ़ा रही है


इसलिए हम नौजवानों को इस सब से निकालने की कोशिश कर रहे हैं


ताकि वह समझ जाए और उनके ऊपर बैठे हुए इन लुटेरे पूंजी पतियों के दलाल राजनीतिज्ञों को उतार फेंकें
#हिमानशु_कुमार


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