दिल्ली मरकज में छुपे नहीं थे लोग बल्कि फंसे थे।

तबलीगी जमात को हम मुसलमान ‘अल्लाह मियाँ की गाय’ कहते आए हैं दशकों से। मुसलमानों का एक बड़ा वर्ग, वो भी इतना सीधा सादा की पूछिए मत। एकदम से गैरराजनीतिक। सिर्फ मस्जिद में रहना। अल्लाह-अल्लाह करना और घरों को चले जाना। आपस में ही इस्लाम की बातें करना, सबको अपना मानना। पैजामे टखनों से ऊपर, लंबी दाढ़ी, सर पर टोपी, ईमानदारी ऐसी की गैरमुस्लिम भी उनकी मिसाल दें।


अब आपको गाय से भी दिक्कत हो गई। आपदाएं जब आती हैं तो फासीवाद को मजबूत करके जाती हैं। कल से टीवी पर देख रहा हूं। किसी ने भी सच्चाई नहीं दिखाई। दिल्ली के निज़ामउद्दीन इलाके में बंगले वाली मस्जिद को तबलीगी जमात का वैश्विक मुख्यालय कहते हैं। सबसे पहले तो हमें गर्व करना चाहिए कि हमारे देश में इस्लाम धर्म के एक प्रमुख वैचारिक धड़े का मुख्यालय है जहां हर साल लाखों की तादाद में दुनिया के हर देश से मुसलमान आते हैं और मुस्लिम बाहुल्य इलाकों की मस्जिदों में जाकर इस्लाम-कुरान और हजरत मोहम्मद साहब की बातें बताते हैं। इसी को तबलीग कहते हैं। तबलीग करना मतलब मुसलमानों को कुरान-हदीस की बातें बताना।


हमारे देश में जब कोविड-19 को लेकर किसी भी प्रकार की हेल्थ एडवाइज़री नहीं जारी की गई थी और इंटरनेशल फ्लाइट्स आदि पर रोक नहीं लगी थी तभी मरकज़ निज़ामउद्दीन पर विभिन्न देशों तथा भारत के कई राज्यों से तबलीगी जुटे थे। यह जुटान 10-15 मार्च के दौरान हुई। इस दौरान सरकारी कारिंदे मीडिया में कहते रहे कि पैनिक होने की ज़रूरत नहीं है। हमारे यहां ऐसा कोई मामला नहीं हुआ है। उधर दुनिया भर में कोविड से निपटने के लिए वहां की सरकारें हर संभव प्रयास कर रही थीं। डर का माहौल सब ओर था लेकिन अपने ही नागरिकों को कोई दुश्मन की तरह नहीं ट्रीट कर रहा था, और भारत से फ्लाइट आने जाने में किसी भी देश को कोई परेशानी नहीं हो रही थी। तबलीगी जमात के मुख्यालय पर इस दौरान हजारों लोग थे। वहां आमतौर पर भी एकाध हजार लोग हमेशा रहते हैं। हर देश के नागरिक।


ख़ैर, 22 मार्च 2020  को प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू का एलान किया। इस दौरान लोग सड़क पे निकले, नाच गाना किया, तो सरकार ने दिल्ली में 144 लगा दिया। मरक़ज ने अपने नज़दीकी थाने तथा हल्के के एसडीएम को पत्र लिख कर कहा कि उनके यहां करीब 1500 लोग हैं। कृप्या उन सभी को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए हमने गाड़ियों का इंतज़ाम किया है, उन गाड़ियों का पास मुहैया करा दें ताकि वे अपने घरों को चले जाएं। यह पत्र 25 मार्च 2020 को लिखा जाता है। 22 को जनता कर्फ्यू लागू रहता है, जिस कारण से बहुत से लोग वहां से नहीं निकल पाते लेकिन 23 को करीब एक हजार लोग मरक़ज से निकल कर अपने घरों को चले जाते हैं। फिर 23 को ही प्रधानमंत्री ने आधी रात से ‘जो जहां है वहीं रहे’ कह कर पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया।



 


इन परिस्थितियों में मरकज़ निज़ामउद्दीन में करीब करीब 1500 लोग फंस गए, ग़ौर करें। दंगाई मीडिया इन लोगों को ‘छुपे’ होने को कह रही है। जबकि ये सबके सब लॉकडाउन की वजह से मरकज़ में फंस गए होते हैं। मरकज़ की तरफ से इसके बावजूद 25 मार्च को निज़ामउद्दीन थाने के एसएचओ से सात (7) चारपहिया गाड़ियों के लिए पास बनवाने हेतु निवेदन किया जाता है, जिसकी कॉपी एसडीएम को भी भेजी जाती है लेकिन परमीशन नहीं मिलती।


ये वो गाड़ी नंबर हैं, जिनके लिए दिल्ली मरकज़ ने पास मांगा था, ताकि मरकज़ में छुपे लोग अपने घरों को जा सकें


इसके बाद 29 मार्च को फिर से मरकज़ की तरफ से लेटर लिखा जाता है असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस,दिल्ली अतुल कुमार को। यह लेटर दिल्ली पुलिस के नोटिस लेटर संख्या 717/SO-ACP/Lajpat Nagar के जवाब में लिखा जाता है। नोटिस मिलने के बाद मरकज़ ने सारी परिस्थितियों से अवगत कराया एवं कहा कि जितने भी लोग मरकज़ में बचे हैं उनमें अधिकतर विदेशी नागरिक तथा दूर राज्यों के भारतीय हैं जिन्हें आईसोलेट किया जा चुका है। सारे ज़रूरी कदम एहतियातन उठाए जा चुके हैं।




फिर तेलंगाना से एक ख़बर आती है कि निज़ामउद्दीन मरकज़ से लौटे छह लोगों की मौत कोरोना वॉयरस की वजह से हो गई है। उसके बाद तो ज़ी मीडिया, रिपब्लिक, टीवी9 भारतवर्ष समेत हिंदी भाषा के सारे दंगाई चैनल में मरकज़ को देशद्रोहियों का अड्डा बताने की होड़ लग गई। हेल्थ डिपॉर्टमेंट की गाड़ियां मरकज़ पहुंचने लगीं, पुलिस लगा दी गई। मरकज़ को बदनाम करने में कौन कितना आगे निकलेगा इसकी बाज़ी लग गई। देश भर के मुसलमानों को इसके बहाने घेरा जाने लगा। यह सब जानते हैं कि कोरोना देसी बिमारी नहीं बल्कि विदेशी है। और यह भी सभी जानते हैं कि दिसंबर में पहला मामला सामने आया था उसके बाद जनवरी फरवरी एवं आधा मार्च आते आते इसका खतरा पूरी दुनिया पर आ गया। फिर भी हमारे देश के ज़िम्मेदारान सोते रहे। विदेश से हर दिन हजारों लोग बिना किसी जाँच पड़ताल के आते रहे। अमेरिका से लेकर फ्रांस, इज़राइल, यूके, यूरोप, अरब तक से लाखों लोग भारत में आए। किसी की भी जांच नहीं हुई। लापरवाही का ऐसा मंज़र शायद ही किसी देश ने देखा हो। गलती हमारी व्यवस्था करे और भुगते हम? यह कहां का न्याय है।


मरकज़ में विदेशी आए क्योंकि भारत सरकार ने उन्हें वीज़ा दिया। एयरपोर्ट पर उनकी जांच नहीं हुई तो गलती तबलीगियों की है? अगर ईमानदार हैं तो जवाब खोज कर खुद को दीजिएगा। मुझे मत बताइएगा। मरकज़ में साल के बारहों महीने हजारों लोग रहते हैं।


प्रधानमंत्री ने एक दिन का जनता कर्फ्यू लगाया और फिर अगले ही दिन रात से लॉकडाउन कर दिया। लोग वहां फंसे रह गए। जैसे पूरा देश फंस गया अपने अपने घरों में। जो जहां था वहीं फंस गया। तो फिर ये हिंदी भाषा के दंगाई चैनल और नरपिशाच एंकर मरकज़ में फंसे तबलीगियों को ‘छुपा’ होने क्यों कह रहे हैं। क्या हमने यूपी-दिल्ली सीमा पर फंसे लाखों लोगों को कहा था क्या कि ये सब कहां छुपे थे। हां, कहा गया था। यही सारे चैनल और एंकर इन मज़दूरों को भी ‘कोरोना बम’ से तुलना कर रहे थे। हम सबको पता था कि मज़दूरों की इस भीड़ में अस्सी प्रतिशत हिंदू हैं। फिर भी सरकार के तलवे चाटने वाले ये खूनी एंकर उन गरीब-बेसहारा मज़दूरों और हिंदी राज्यों के बाशिंदों को ‘कोरोना बम’ कह रहे थे। असल में यह केंद्र में बैठी निकम्मी सरकार के पालतू पिट्ठू हैं। वे जैसा कहती है वैसा ही ये करते हैं। इनके लिए क्या हिंदू क्या मुसलमान। सब कुछ पैसा और पॉवर ही होता है। इंसानियत का क़त्ल करने वाले ये, वे गंवार हैं जिनको पता है कि वे क्या कर रहे हैं।


ऐसा पहली बार हो रहा है कि जो बिमार हैं उनके प्रति टीवी वाले नफरत भर रहे हैं। यही तो फासीवाद की पहचान है। फासीवाद को किसी की मौत से फर्क़ नहीं पड़ता जब तक कि उसका अपना कोई न मर जाए। बिमार की सेवा के बजाए उसे मरने के लिए छोड़ने की बातें हो रही हैं। लोग तो गोली मारने को कह रहे हैं। मने हम बचे रहे बाक़ि सब मर जाएं। हम यहां आ पहुंचे हैं। नफरत ने यहां ला खड़ा किया है हम सबको।


केजरीवाल की सारी राजनीति मीडिया और ट्विटर के ट्रेंड से चलती है। कल मरकज़ को लेकर मीडिया सक्रिय हुई। ट्विटर पर ट्रेंड चला तो केजरीवाल ने केस दर्ज करने का आवेदन दिल्ली पुलिस में कर दिया। उसे मालूम है कि मुसलमान उसे कुछ नहीं कहेगा। वोट भी देगा। यह केजरीवाल की उस राजनीति का हिस्सा है जहां वह मुसलमानों पर बात ही नहीं करना चाहता। भाजपा उसे मुसलमान कह कर छूती है तो वह खुद पर केमिकल का छिड़काव करने लग जाता है ताकि सब कुछ साफ हो जाए।


ख़ैर जो भी है। मैं ईश्वर से यही प्रार्थना करूंगा कि निज़ामउद्दीन मरकज़ में फंसे विदेशी तथा भारतीय नागरिकों की हिफाज़त करे। हिंदू-मुसलमान के बीच नफरत फैलाने वालों को दिलों में प्यार भर दे। उन्हें अच्छी समझ और बेहतर सोच वाला बनाए।


-मोहम्मद अनस


 


इंदौर अपडेट्स । रेड ज़ोन वाले अस्पताल जहां कोरोना के पॉजेटिव मरीज होंगे

इंदौर अपडेट्स
रेड ज़ोन वाले अस्पताल जहां कोरोना के पॉजेटिव मरीज होंगे
1 मनोरमा राजे टी बी अस्पताल 
2 चेस्ट सेंटर एम वाय एच 
3 एम टी एच अस्पताल 
4 श्री अरविंदो इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल
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 यलो ज़ोन वाले अस्पातल जहां कोरोना के लक्षण वाले संभावित मरीजो को रखा जाएगा* 
1 प्रशांति अस्पताल महू 
2 गोकुलदास अस्पताल
3 मयूर अस्पताल 
4 सुयश अस्पताल 
5 इंडेक्स मेडिकल कॉलेज 
6 श्री अरिहंत अस्पताल 
7 सिनर्जी अस्पताल 
8 विशेष अस्पताल, पालदा
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 ग्रीन ज़ोन वाले अस्पातल जहां अन्य बीमारी या एमरजेंसी वाले मरीजों को रखा जाएगा
 
1 मिलिट्री अस्पताल महू 
2 एम वाय अस्पताल 
3 सीएचएल अपोलो , एलआईजी 
4 अपोलो राजश्री, विजयनगर 
5 भंडारी अस्पताल, विजयनगर 
6 मेदांता अस्पताल 
7 लाइफ केयर अस्पताल 
8 ग्लोबल एसएनजी अस्पातल 
9 चोइथराम अस्पताल
10 ग्रेटर कैलाश 
11 गुर्जर अस्पताल 
12 बॉम्बे अस्पताल 
13  एप्पल अस्पताल 
14 शेल्बी अस्पताल 
15 विशेष डायग्नोस्टिक सेंटर
16 क्योरवेल अस्पताल 
17 सिटी नर्सिंग होम 
18 यूनिक सुपर स्पेशलिटी सेंटर 
19 लाहोटी मेडिकेयर 
20 गीता भवन अस्पताल 
21 इंदौर क्लॉथ मार्केट अस्पताल
22 नोवल अस्पताल , बिचोली हप्सी


कोरोना की रोकथाम व शहर में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर अधिकारियों ने सीमा नाकों व सम्पूर्ण शहर का भ्रमण कर चेकिंग व लॉकडाउन व्यवस्था का जायजा लिया-

प्रेस नोट, भोपाल पुलिस


कोरोना की रोकथाम व शहर में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर अधिकारियों ने सीमा नाकों व सम्पूर्ण शहर का भ्रमण कर चेकिंग व लॉकडाउन व्यवस्था का जायजा लिया-


भोपाल : दिनाँक 31 मार्च 2020 - डीआईजी शहर श्री इरशाद वली, कलेक्टर भोपाल श्री तरुण पिथोड़े व एसपी नार्थ श्री शैलेंद्र सिंह चौहान ने आज दोपहर शहर में लगे विभिन्न चेकिंग पॉइंट व नाकों का भ्रमण किया व सम्पूर्ण शहर में भ्रमण कर लॉकडाउन स्थिति का जायजा लिया। उपरांत भोपाल जिले की सभी सीमाओं पर बने चेकिंग नाकों का निरीक्षण कर सुरक्षा व चेकिंग व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान विभिन्न पॉइंट/नाकों पर चेकिंग में लगे अधिकारी/कर्मचारियों को ब्रीफ़ कर कोरोना से बचाव के सभी उपायों एवं विशेषकर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान रखकर संवेदनशीलता व गहनता से वाहनों/लोगों की चेकिंग करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए। भारत सरकार की एडवायजरी अनुसार लॉकडाउन के सभी नियमों का सख्ती से अनिवार्यत पालन करवाने एवं बगैर अनुमति/इमरजेंसी बाहरी वाहनों शहर बिल्कुल भी प्रवेश न होने देने हेतु निर्देशित किया गया।


गोदी मीडिया मुसलमानों को कर रही है बदनाम शब्दों के हेरफेर से

आज पूरा विश्व कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है वही हमारी गोदी मीडिया  शब्दों का हेरफेर कर मुस्लिम संस्थाओं को और मुस्लिम समाज को बदनाम कर रही है शब्दों के हेरफेर से।


उज्जैन । अब लॉक डाउन का उल्लंघन करने पर होगी सीधी गिरफ्तारी उज्जैन एसपी सचिन अतुलकर ने गिरफ्तारी पार्टी की तैयार शहर की सड़कों पर घूमेगी पुलिस की वैन बगैर वजह घूमते हुए पाए गए तो पुलिस कर लेगी गिरफ्तार ।


तेलंगाना के मुख्यमंत्री का बहुत ही जबरदस्त निर्णय । सारे राज्यो के मुख्यमंत्रीयो को भी एसा ही कदम उठाने की जरूरत।


क्या नफीसा की दुआ क़ुबूल हुई है?

क्या नफीस की दुआ क़ुबूल हुई है?
      यूरोपियन युनियन देशों के प्रतिनिधियों के कश्मीर दौरे पर मैं उन कुछ पत्रकारों में से एक था जिन्हें वहाँ जाने और कवरेज की अनुमति मिली थी। 


तब मुझे मेरा एक सहपाठी दोस्त बिलाल अहमद डार जो मास कम्युनिकेशन पी.जी.के समय का साथी है, उससे मिलने उसके घर जाने की केवल पाँच मिनट के लिये अनुमति मिल गई थी। बिलाल के घर से वापसी के वक़्त गली के नुक्कड़ पर एक घर की खिड़की में से एक महिला की आवाज़ आई 


"अरविंद भाई आप बिलाल के दोस्त हो न, दिल्ली वाले। बिलाल आपकी बहुत तारीफ़ करता है, कहता है, अरविंद बहुत समझदार इंसान है, इंसानों का दर्द समझता है।" 


मैं 'नफीसा उमर' हूँ, बिलाल की फूफी की लड़की हूं। 


वक़्त की कमी को समझते हुए उसने जल्दी-जल्दी मुझसे जो बातें कहीं थीं उसकी बातें सुनकर मैं कई दिन सो न सका था और वो बातें आज आपको बताना ज़रूरी समझता हूँ जो नफीसा ने कहा-


"किसी जगह लगातार सात महीने से कर्फ्यू हो,
घर से निकलना तो दूर झाँकना भी मुश्किल हो,
 चप्पे-चप्पे पर आठ-नौ लाख आर्मी तैनात हो,
 इंटरनेट बंद हो,
मोबाइल बंद हो,
लैंड लाईन फोन बंद हो,
घरों से बच्चों, जवानों और बूढ़ों सहित हज़ारो बेक़ुसूरों की गिरफ्तारियां हुई हों,
सारे बड़े-छोटे लीडर जेल में हों,
स्कूल कालेज दफ्तर सब बंद हों,
कैसे ज़िन्दा रहेंगे लोग ?
उनके खाने पीने का क्या होगा?
बीमारों का क्या होगा ?
कोई सोचने वाला नही हो।
आधी से ज्यादा आबादी डिप्रेशन और ज़हनी (मानसिक) बीमारियों की शिकार हो चुकी हों,
बच्चे खौफज़दा (आतंकित) हों,
मुस्तक़बिल (भविष्य) अंधेरे में हो,
ज़ुल्मों सितम (अत्याचार) की इंतेहा (चरम) हो और रोशनी की कोई किरन न हो,
कोई सुध लेने वाला न हो।
"₹"पूरी दुनियाँ खामोश तमाशा देख रही हो।"
    (नफीसा रोते हुए बोलती रही)
     "हमने सब सह लिया, खूब सह रहे हैं। लेकिन उस वक़्त दिल रोता है तड़पता है जब यह सुनाई पड़ता है कि वहाँ कुछ लोग कहते हैं कि "अच्छा हुआ, इनके साथ यही होना चाहिये।"


"पर मैनें उन लोगों के लिये या किसी के लिये भी कभी बददुआ नहीं की, किसी का बुरा नही चाहा बस एक "दुआ" की है ताकी सभी लोगों को और पूरी दुनियाँ को हमारा कुछ तो एहसास हो।"


"अरविंद भाई आप देखना मेरी दुआ बहुत जल्दी क़ुबूल होगी"।


जब मैने पूछा "क्या दुआ की बहन आपने ?" तो नफीसा ने फूट फूट कर रोते और चीखते हुए मुझसे जो कहा मेरे कानों में गूंजता रहता था आज आँखों से दिख भी रहा है। शब्द-ब-शब्द वही लिख रहा हूँ, उसका दर्द महसूस करने की कोशिश कीजियेगा।


"ऐ अल्लाह जो हम पर गुज़रती है वो किसी पर न गुज़रे बस मौला तू कुछ ऐसा कर देना, इतना कर देना कि पूरी दुनियाँ कुछ दिनों के लिये अपने घरों में क़ैद होकर रहने को मजबूर हो जाये सब कुछ बंद हो जाये रुक जाये। शायद दुनिया को यह एहसास हो सके की हम कैसे जी रहे हैं।"


आज हम सब अपने अपने घरों में बंद हैं। मेरे कानों में नफीसा के वो शब्द गूंज रहे हैं-


"अरविंद भाई आप देखना मेरी दुआ बहुत जल्दी क़ुबूल होगी।"
                           -अरविंद मिश्रा
#जी_हाँ


कोरोना संक्रमण के मद्देनजर

प्रेस नोट, क्राइम ब्रांच


कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लॉकडाउन के दौरान जिला इंदौर से जिला शहडोल पैदल जा रहे 06 युवकों को क्राइम ब्रांच भोपाल द्वारा खाना खिलाकर एवं वाहन की व्यवस्था कर सकुशल उनके घर रवाना किया गया।


सोशल डिस्टेंस का कडाई से पालन कराने के लिये आम नागरिकों को घर-घर सब्जी उपलब्ध कराई जाएगी

माननीय मुख्य मंत्री जी के निर्देशों के परिपालन में संभागायुक्त एवं प्रशासक श्रीमति कल्पना श्रीवास्तव के आदेश पर नगर निगम भोपाल द्वारा ‘‘आपकी सब्जी आपके द्वार’’ की अभिनव पहल शुरू करते हुये लॉकडाउन के समय आम नागरिको की सुविधा के लिए उचित मूल्य की सब्जी घर-घर लोडिंग आटो के माध्यम से सब्जी विक्रेताओं के द्वारा पहुंचाने का निर्णय लिया गया है। इस अभिनव पहल के तहत् चरणवद्ध तरीके से भोपाल शहर में 450 रूटों पर प्रारंभ किया जाएगा। सर्वप्रथम इसके पहले चरण में 90 रूटों पर रविवार से प्रारंभ किया जा रहा है और शेष सभी रूटों पर एक सप्ताह में सब्जी5 घर-घर पहुँचाने की योजना को मूर्तरूप दिया जाएगा।   
    प्रशासक श्रीमति श्रीवास्तव द्वारा गत दिवस नागरिकों को "आपकी सब्जी - आपके द्वार’’ पहुंचाने की अभिनव पहल शुरू करने के दिये गये निर्देश और निगम आयुक्त  श्री विजय दत्तास द्वारा दिये गये आदेश के तहत नगर निगम द्वारा लॉकडाउन के समय आम नागरिकों को जीवन उपयोगी वस्तुयें उनके घर के पास ही उपलब्ध कराने की सुविधा के लिये "आपकी सब्जी - आपके द्वार’’ की अभिनव पहल शुरू की गई है। इस संबंध में प्रशासक द्वारा आज समीक्षा की गई और अधिकारियों को योजना को सुरक्षा मानकों के तहत शीघ्रता से सभी रूटों पर शुरू करने निर्देश दिये गये। निगम के अपर आयुक्त  श्री मयंक वर्मा को इसके क्रियान्वोयन के लिए निर्देशित किया है साथ ही एसडीएम श्री मनोज वर्मा, एसडीएम श्री राजेश श्रीवास्त व, मण्डीष सचिव श्री बघेल भी इसे क्रियान्वित करेंगे।    
    इस अभिनव पहल के तहत् आम नागरिकों को उचित मूल्य की सब्जी घर-घर लोडिंग आटो के माध्यम से पहुंचाने का निर्णय लिया गया है। निगम के डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने वाले 450 रूटों को आधार मानकर फुटकर सब्जी विक्रेताओं तथा लोडिंग आटो चालकों को लाकडाउन के समय रोजगार उपलब्ध कराने तथा सोशल डिस्टेंस का कडाई से पालन कराने के लिये आम नागरिकों को घर-घर सब्जी उपलब्ध कराई जाएगी। फुटकर सब्जी विक्रता एवं लोडिंग आटो चालको को सुरक्षा मानको माक्स, सेनेटाइजर, आदि का पालन करना होगा। 
    "आपकी सब्जी - आपके द्वार’’ की अभिनव पहल के तहत् 450 रूटों पर चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जा रहा है और प्रथम चरण में बिट्टन मार्केट क्षेत्र, करोंद मण्डी क्षेत्र सहित 90 रूट सम्मिलित रहेंगे। निगम फुटकर सब्जी विक्रेताओं एवं लोडिंग आटो चालको को रूट चार्ट उपलब्ध कराएगा और पास भी जारी करेगा और किस समय किस रूट पर वाहन जाएगा इसका प्रचार भी नगर निगम द्वारा किया जाएगा। नगर निगम भोपाल की इस अभिनव पहल को जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, मण्डी प्रशासन, थोक सब्जी विक्रेता संघ, फुटकर सब्जी विक्रेता संघ, लोडिंग आटो संघ, का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।


14 अप्रैल तक बन्द रहेगी शराब की दुकानें

14 अप्रैल तक बन्द रहेगी शराब दुकानें: आदेश


लॉकडाउन के मद्देनजर सघनता से चेकिंग

शहर में विभिन्न स्थानों पर लॉकडाउन के मद्देनजर सघनता से चेकिंग की जा जाकर आने जाने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है।


एक बार कंपलीट लॉग डाउन किया जा रहा है जिसकी शुरुआत आज से कर दी गई है

*इंदौर-कोरोना अपडेट्स* 


*एक बार कंपलीट लॉग डाउन किया जा रहा है जिसकी शुरुआत आज से कर दी गई है


इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि पहले अस्पतालों की मीटिंग ली है निजिं अस्पतालों में कहा गया है।की सभी प्रकार के मरीजों का इलाज किया जाए।


- जिन्हे सर्दी खांसी या सांस लेने में हो उसे आयिसोलेटेड करेंगे


- कोविड के लिएं दो तीन हॉस्पिटल तय कर वहां शिफ्ट करेंगे


- ज्यादा केस जहा के है वहां पूरी तरह लॉक डाउन करेंगे, सख्ती की जाएगी  जैसे रानीपुरा,  नयापुरा , चंदननगर,  हाथीपाला दौलतगंज वहां स्क्रीनिंग करवाना है और आज पूरा रानीपुरा टेकओवर कर रहे हैं आज वहां के आसपास का जो रोड है उसे लॉक डाउन करके स्क्रीनिंग करेंगे।  इस तरह के जितने भी एरिया है वहां स्क्रीनिंग की जाएगी और दवाइयां बटवाईजाएगी । 55 साल से ऊपर के मरीजों को या जिन्हें हार्ट की डिजीज है या शुगर है उन्हें दवाईयों के डोज देना तय कर रहे हैं



- कोरंताईल के लिए कई मैरिज गार्डन हम लोग ले रहे हैं जहां पर उन्हें रखा जाएगा वहां हलवाई भी रखे जाएंगे उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी नहीं की जाएगी


- इसके बाद पूरे शहर में लाभ डाउन किया जाएगा.. सभी लोग मास्क लगाएं अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें ..साथ ही स्वयंसेवी संगठन जो खाना बनवाने के नाम पर खुद भी एकत्र हो रहे हैं और लोगों को भी इकट्ठा कर रहे हैं वह भी बंद किया जा रहा है। मैं स्वयं सेवी संस्थाओं को जानता हूं जब हमें आवश्यकता होगी तो हम जरूर बुला लेंगे आप लोगों को।हम व्यवस्था अलग से करवा रहे हैं 5 से 10000 पैकेट बंटवारे की।


- वही जितने भी थानों पर बाहर जाने के लिए परमिशन मिल रही थी उसे भी बंद किया गया है ..



- जो बच्चा जिस हॉस्टल में रह रहा है वह हॉस्टल संचालक की जिम्मेदारी होगी कि उनके खाने-पीने की व्यवस्था करें । जो लेबर आई हुई है और जहां ठेकेदार लेकर आए हैं जिसको जगह में ठेकेदार लेकर आए वह मालिक और ठेकेदार उनके खाने की जिम्मेदारी उनका ध्यान रखा जाए और यदि ऐसा नहीं होता है तो वही जिम्मेदार है।


-मीडिया कर्मियों से भी निवेदन है कि वह बहुत ज्यादा शहर में ना घुमें । जहां आवश्यकता हो केवल वही जाए लोग सुरक्षित रहे यही हमारी कामना है।



-घरों में ज्यादा से ज्यादा आलू प्याज रखे जाएं ..हरी सब्जियों के लिए ज्यादा ना भटके क्योंकि हरी सब्जियों से भी वायरस आपके घरों तक आ सकता है।थोड़ा समय की तकलीफ जरूर है लेकिन उसे अपने स्वास्थ्य के लिए संयम रखने की आवश्यकता है।


-केवल 14 -15 दिनों का संयम रखने की आवश्यकता है जल्दी स्थिति समझ जाए..


- कोरॉना सेकंड लेयर कें अपर स्टेज में पहुंच चुका है जिस तरह से लगातार कैसे सामने आ रहे हैं।अभी भी अभी थोड़ी शक्ति हो जाएगी और टोटल लॉक डाउन होगा तो उसमें संभल जाएगी स्थिति।


 - मरीज भागने की बात पर उन्होंने कहा कि हम उनका ध्यान रखेंगे पुलिस की व्यवस्था भी वहां लगाई जा रही है। ड्यूटी भी लगा रहे हैं उनके खाने-पीने की और सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा संविदा रहेगी तो कोई नहीं भागेगा।


- थोड़ी बहुत समस्या जरूर हो रही है लेकिन फिर भी लोग घर पर रहे थोड़ा मैनेज करें।


भोपाल पुलिस ने असहाय वृद्ध महिला के घर राशन पहुंचाकर मानवता की मिसाल पेश की ।

भोपाल पुलिस ने असहाय वृद्ध महिला के घर राशन पहुंचाकर मानवता की मिसाल पेश की ।


 आज दिनांक 29 मार्च 2020 को काजी कैंप गली नंबर दो, मकान नंबर 128 में रहने वाली विधवा महिला खुर्शीद जहां ने डायल 100 पर फोन कर बताया कि उसके पति की मृत्यु 23 मार्च को हो गई है और पिछले 3 दिनों से उसके घर में खाने के लिए कुछ भी नहीं है। धार्मिक रीति-रिवाजों के चलते वह घर से बाहर नहीं जा सकती है, उक्त सूचना पर सीएसपी हनुमानगंज श्री गोपाल सिंह चौहान, थाना प्रभारी हनुमानगंज निरीक्षक महेंद्र सिंह ठाकुर व थाना स्टॉप उपनिरीक्षक उदयवीर सिंह भदोरिया, प्रधान आरक्षक रमेश शर्मा, प्रधान आरक्षक अजीत सिंह, आरक्षक सुमित तिवारी द्वारा तत्काल 1 माह के राशन की व्यवस्था कर महिला के घर जाकर राशन अन्य जरूरी सामान पहुँचाया गया एवं महिला का कोरोना से बचने व सावधानी बरतने हेतु बताया गया तथा महिला को धैर्य बंधाया व भरोसा दिलाया कि पुलिस/प्रशासन आपके साथ है कभी किसी भी तरह की कोई परेशानी या आवश्यकता लगे तो हमें फोन करिये, पुलिस द्वारा पूरी मदद की जाएगी।


24 घंटे 8 और मरीज़ कोरोना पॉजिटिव पाए गए

भोपाल. मध्य प्रदेश में 24 घंटे के अंदर 8 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें इंदौर 4, जबलपुर 2 ग्वालियर और भोपाल में एक केस मिला। अब तक प्रदेश में 34 केस हो गए हैं। बीमारी की दहशत के बीच लोगों की हिम्मत बढ़ाने के लिए खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल का जायजा लिया। सबसे पहले वे बिट्टन मार्केट पहुंचे और चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों की हौसला अफजाई करने के बाद फल विक्रेताओं से बात की। इसके बाद शाहपुरा में पुलिसकर्मियों से सोशल डिस्टेंटिंग के पालन की बात की। इस बीच, रायसेन जिले में 1565 यात्रियों को होम क्वारैंटाइन किया गया है। इनमें सांची 38, गैरतगंज 98, बेगमगंज 30, सिलवानी 651, उदयपुरा 142, बरेली 81 और औबेदुल्लागंज में 525 शामिल हैं। सभी व्यक्ति स्वस्थ्य हैं। 7 लोगों के सैंपल भोपाल के एम्स भेजे गए, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई।


कौशाम्बी बस स्टैंड का आज चौथे दिन लाग डाउन का दृश्य

कौशाम्बी बस स्टैंड का आज चौथे दिन लाग डाउन का दृश्य लोग अपने अपने परिवार में घरों में वापसी के लिए बेचैन।


गरीबों को भोजन वितरित

भोपाल-चूनाभट्टी की नवागत थाना प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी ऋचा जैन ने अपने स्टाफ के साथ क्षेत्र के गरीबों को भोजन वितरित किया।


पत्रकार के के सक्सेना कोविड 19 पॉजिटिव निकले

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए पत्रकार के के सक्सेना कोविड 19 पॉजिटिव निकले है । समूह फोटोग्राफी करते हुए सक्सेना


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