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कैसे करें कोरोना का सामना

बहुत शानदार जानकारी। तसल्ली से बाँचें। 🔵 कोरोना फोबिया को मिटाएँ  कैसे करें कोरोना का सामना: (वाशिंगटन से एक रिपोर्ट) प्रश्न 1. क्या कोरोना वायरस को ख़त्म किया जा सकता है ? *उत्तर:-* नहीं! कोरोना वायरस एक निर्जीव कण है जिस पर *चर्बी की सुरक्षा-परत* चढ़ी हुई होती है। *यह कोई ज़िन्दा चीज़ नहीं है, इसलिये इसे मारा नहीं जा सकता* बल्कि यह ख़ुद ही रेज़ा-रेज़ा (कण-कण) होकर ख़त्म होता है। *प्रश्न 2.कोरोना वायरस के विघटन (रेज़ा-रेज़ा होकर ख़त्म होने) में कितना समय लगता है?* *उत्तर:-* कोरोना वायरस के विघटन की मुद्दत का दारोमदार, *इसके आसपास कितनी गर्मी या नमी है? या जहाँ ये मौजूद है, उस जगह की परिस्थितियां क्या हैं?* इत्यादि बातों पर निर्भर करता है। *प्रश्न 3.इसे कण-कण में कैसे विघटित किया जा सकता है?* *उत्तर:-* कोरोना वायरस बहुत कमज़ोर होता है। *इसके ऊपर चढ़ी चर्बी की सुरक्षा-परत फाड़ देने से यह ख़त्म हो जाता है।* ऐसा करने के लिये साबुन या डिटर्जेंट के झाग सबसे ज़्यादा प्रभावी होते हैं। *20 सेकंड या उससे ज़्यादा देर तक साबुन/डिटर्जेंट लगाकर हाथों को रगड़ने से इसकी सुरक्षा-परत फट जाती है* और ये नष्ट हो जाता ...

13 मार्च को निज़ामुद्दीन की जमात गलत है तो, 18 मार्च का राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में सांसदों को दिया गया भोज क्या सही है

13 मार्च को निज़ामुद्दीन की जमात गलत है तो, 18 मार्च का राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में सांसदों को दिया गया भोज, और 20 मार्च को भाजपा कार्यालय पर जश्न सही कैसे? 19 मार्च को रात 8 बजे प्रधानमंत्री ने देश को #पहली_बार बताया की #22_मार्च को देश में जनता कर्फ्यू लगाया जाएगा और #करोना से राष्ट्रीय स्तर पर लड़ाई लड़ी जाएगी. (1). महामहिम #राष्ट्रपति_कोवींद जी ने 18 मार्च को राष्ट्रपति भवन में UP और राजस्थान के सांसद के लिए ब्रेकफास्ट का आयोजन किया था. अगर 13 का गैदरिंग गलत था तो ये कैसे सही? जबकि इस भोज में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह भी उपस्थित हुए, जो इससे पहले वो गायक कनिका कपूर के साथ भी पार्टी शेयर कर चुके थे. ये वही कनिका कपूर हैं जिनमें COVID-19 पॉज़िटिव पाया गया है.  (2). मैं 20 मार्च को भोपाल के भाजपा कार्यालय की तस्वीरें शेयर कर रहा हूं जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मा. शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी हज़ारों समर्थकों के साथ शामिल थे.  #13_से_15_मार्च को  #COVID19 के ख़िलाफ़ सोशल डिस्टेंस या लॉकडाउन की कोई सा...

खबरों में मसाले के  चक्कर में नफरत के कतिथ कारोबार का पर्दाफाश

*खबरों में मसाले के  चक्कर में नफरत के कतिथ कारोबार का पर्दाफाश* *सफेद झूठ कैसे बोलते हैं देखिए* *आज बात एक वर्ग विशेष की है पर ध्यान रखिए किसी और मामलें मैं भी यह फ़र्ज़ी पत्रकार जनता के सामने सफेद झूठ बोल सकते हैं* *इन दलालों ने मीडिया की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह लगवा दिया ,शर्म आती है जब लोग गोदी मीडिया शब्द का उपयोग करते हैं, यह है आज का भारत जब किसी को बदनाम करने की ठान चुके हैं तो फिर झूठ पर झूठ बोल कर खबरों में मसाले के चक्कर में इंसान से नफरत का कथित कारोबार सच्चे देशभक्त हो तो इसे सबको शेयर करें

भेदभावपूर्ण वर्ताव कर समाज में पूंजीपतियों का खुला समर्थन करते हुए, सारा दोष मुस्लिम समाज पर क्यों थोप देना कहां का न्याय है

कॅरोना वायरस आया  नहीं लाया गया और यह बात मैं बेवजह नहीं कह रहा बल्कि मेरे पास सबूत है जो मुझे यह मानने के लिए मजबूर करते हैं करोना वायरस भारत आया नहीं बल्कि लाया गया है पूरी पोस्ट  पढ़िए और खुद फैसला कीजिए   BBC न्यूज के मुताबिक जनवरी  2020 से  मार्च 2020 तक विदेशों से लगभग 336 फ़्लाइट भारत आई।  जिसमें चीन ईरान और इटली खास करके अपने नागरिक लाने के लिए प्लेन भेजे गए थे 27/03/20 के दैनिक जागरण के समाचार पत्र में लव अग्रवाल और डॉ. रमन गंगाखडेकर के वयान के अनुसार भारत में 64,000 से अधिक लोग विदेश से भारत आए। लिंक👇 https://www.patrika.com/miscellenous-india/health-ministry-says-64000-people-from-abroad-after-21-march-covid19-5931129/ उसमें से महज़ 8 हज़ार लोगों को ही अलग थलग रखा गया है, और बाकी कम्युनिटी सर्विसेज़ मे है। जिनकी संख्या लगभग 56,000 के करीब हैं। भारत में कॅरोना वायरस का सबसे पहला मरीज़ केरल में 30 जनवरी को मिला जो चीन के वुहान शहर मे डॉ. की पढ़ायी पढ़ रहा था, भारत बापस आया था, ये थी भारत में कॅरोना वायरस से पहली मौत.....😢  लिंक👇 https://aajtak.int...

निजामुद्दीन मरकज के लीगल एडवाइजर ने वीडियो जारी किया।

भोपाल पुलिस की ताड़बतोड़ कार्रवाई, पिछले 24 घण्टे में कुल 41 अपराध किये दर्ज

प्रेस नोट, भोपाल पुलिस, 01 अप्रैल शासकीय आदेशों का उल्लंघन कर बेवजह घूमने वालों के खिलाफ भोपाल पुलिस की ताड़बतोड़ कार्रवाई, पिछले 24 घण्टे में कुल 41 अपराध किये दर्ज - दिनाँक 22 मार्च से आज दिनाँक 01 अप्रैल तक 11 दिन में धारा 144crpc में जारी आदेशों उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध धारा 188, 269, 270 ipc एवं राष्ट्रीय आपदा अधिनियम की धारा 51 के तहत कुल 240 प्रकरण हुए पंजीबद्ध-

केंद्र सरकार जवाब दे केजरीवाल जवाब दे! लाक डाउन की उड़ रही है धज्जियां

2नई दिल्ली में इंडिया गेट पर दो टूरिस्ट बसें दिखीं जिसमे एक बस में लगभग 100 विदेशी टूरिस्ट यानी लगभग  200 विदेशी टूरिस्ट थे जिनको ट्रेफिक पुलिस ने रोक कर पूछा और जाने दिया । आज 1अप्रेल को इस लाक डाऊन की स्थिति जब पूरा मीडिया दिल्ली के मरकज़ जो तबलीगी जमात का सेंटर है को कोरोना वायरस को लेकर बदनाम करने की पूरी कोशिश कर रहा है, तब इन विदेशियों को किसने अनुमति दी।क्या यह देश की जनता के साथ धोखा खिलवाड़ नही है। केन्द्र सरकार जवाब दे। केजरीवाल जवाब दें। इस विडियो को खूब शेयर करें ताकि इस कृत्य में शामिल लोगों को जवाब देना ही पड़े।

राष्ट्र शक्ति फाउंडेशन के अध्यक्ष नूरुल हसन बैग ने दिल्ली मरकज पर अपना बयान दिया

इंदौर नगर निगम पत्रकारों को भी बांटेगा भोजन।

इंदौर। इंदौर नगर निगम पत्रकारों को भी बांटेगा भोजन। नगर निगम उन पत्रकारों के लिए भी भोजन सामग्री की व्यवस्था कर रहा है जो कोरोना संक्रमण के दौरान  अपनी जान जोखिम में डालकर रिपोर्टिंग कर रहे हैं। यह व्यवस्था निगमायुक्त आशीष सिंह और अपर आयुक्त संदीप सोनी ने 1अप्रैल से की है।

दिल्ली निजामुद्दीन मरकज में गए हुए जायरीन दिल्ली में ही कोरेनटाइन-भोपाल के सभी जमातियों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ,नागरिकों से पैनिक नही होने की अपील -

कलेक्टर  श्री तरुण पिथोड़े ने बताया है कि निजामुद्दीन,नई दिल्ली मरकज में गए हुए भोपाल के सभी 32 व्यक्ति दिल्ली में ही कोरेनटाइन किए गए हैं । कोई व्यक्ति भोपाल नहीं आया इसके साथ ही विदेशों से आए 55 और अन्य  जमातियों का स्वास्थ्य परीक्षण करा लिया गया है किसी में भी बीमारी के कोई लक्षण नहीं मिले है,फिर भी सतर्कता के दृष्टिगत  उनके सैंपल लिए गए हैं । उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे बिल्कुल भी पैनिक नहीं हों,प्रशासन सजग और सतर्क है।     कलेक्टर श्री पिथोड़े ने बताया कि जमातियों के साथ रहने वाले लोगों की भी सैंपलिंग कर जांच के लिए भेज दिए गए है। यह भी सुखद है कि सभी जमातियों ने 21 दिन का सेल्फ आइसोलेशन पूरा  कर लिया है।किसी भी जमाती में  अन्य किसी प्रकार का कोई बीमारी का लक्षण नहीं है। भोपाल की जनता को पैनिक होने की कोई जरूरत नही है।सभी लोग प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में है। सुरक्षा की दृष्टि से सभी के सेम्पल लेकर जांच के लिये भी भेज दिये गए हैं।