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अक्सर झोपड़ी पे लिखा होता है: "सुस्वागतम" और महल वाले लिखते हैं: "कुत्तों सॆ सावधान"

एक हसीन लडकी राजा के दरबार में डांस कर रही थी... ( राजा बहुत बदसुरत था ) लडकी ने राजा से एक सवाल की इजाजत मांगी . राजा ने कहा , " चलो पुछो ." . लडकी ने कहा , "जब हुस्न बंट रहा था तब आप कहां थे..?? . राजा ने गुस्सा नही किया बल्कि मुस्कुराते हुवे कहा ~ जब तुम हुस्न की लाइन् में खडी हुस्न ले रही थी , ~ . ~ तो में किस्मत की लाइन में खडा किस्मत ले रहा था . और आज तुझ जैसीे हुस्न वालीयां मेरी गुलाम की तरह नाच रही है........... . इसलीय शायर खुब कहते है, . " हुस्न ना मांग नसीब मांग ए दोस्त , हुस्न वाले तो अक्सर नसीब वालों के गुलाम हुआ करते है... " जो भाग्य में है , वह भाग कर आएगा, जो नहीं है , वह आकर भी भाग जाएगा....!!!!!." यहाँ सब कुछ बिकता है , दोस्तों रहना जरा संभाल के, बेचने वाले हवा भी बेच देते है, गुब्बारों में डाल के, सच बिकता है , झूट बिकता है, बिकती है हर कहानी, तीनों लोक में फेला है , फिर भी बिकता है बोतल में पानी , कभी फूलों की तरह मत जीना, जिस दिन खिलोगे , टूट कर बिखर्र जाओगे , जीना है तो पत्थर की तरह जियो ; जिस दिन तराशे गए , " भगवान " बन जाओ...

करियर के शुरुआती दिनों में अमिताभ बच्चन 800 रुपए की नौकरी करते थे

अमिताभ बच्चन के जन्म दिन पर । महानायक अमिताभ बच्चन को अपने करियर के शुरुआती दिनों में वह दिन भी देखना पड़ा था, जब उनकी आवाज को आकाशवाणी ने नकार दिया था। करियर के शुरुआती दिनों में अमिताभ बच्चन ने 'आकाशवाणी' में भी आवेदन किया लेकिन वहां काम करने का अवसर नहीं मिला। यहां तक कि फिल्म ..रेशमा और 'शेरा' में अपनी अच्छी आवाज के बावजूद उन्हें मूक भूमिका भी स्वीकार करनी पड़ी। 800 रुपए की नौकरी करते थे बिग बी- 11 अक्टूबर 1942 को इलाहाबाद में जन्मे अमिताभ बच्चन ने अपने करियर की शुरुआत कोलकत्ता में बतौर सुपरवाइजर की जहां उन्हें 800 रुपये मासिक वेतन मिला करता था। वर्ष 1968 में कलकत्ता की नौकरी छोड़ने के बाद मुंबई आ गये।  बचपन से ही अमिताभ बच्चन का झुकाव अभिनय की ओर था और दिलीप कुमार से प्रभावित रहने के कारण वह उन्हीं की तरह अभिनेता बनना चाहते थे। न्यूज एजेंसी वार्ता के मुताबिक 1969 में अमिताभ बच्चन को पहली बार ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्म सात हिंदुस्तानी में काम करने का मौका मिला। लेकिन इस फिल्म के असफल होने के कारण वह दर्शकों के बीच कुछ खास पहचान नहीं बना पाये। वर्ष 1971 में अमिताभ बच्च...

रिलायंस जियो ने अपने ग्राहकों को बड़ा झटका देते हुए कॉलिंग के लिए पैसे लेने का एलान किया

रिलायंस जियो ने अपने ग्राहकों को बड़ा झटका देते हुए कॉलिंग के लिए पैसे लेने का एलान किया है। जियो के ग्राहकों को अब फोन पर बात करने के लिए पैसे देने होंगे। जियो के एक बयान के मुताबिक जियो के ग्राहकों को किसी दूसरी कंपनी के नेटवर्क पर कॉल करने के  लिए प्रति मिनट 6 पैसे देने होंगे, हालांकि जियो से जियो के नेटवर्क पर कॉलिंग पहले की तरह ही फ्री रहेगी। वहीं जियो ने कहा है कि वह अपने 35 करोड़ ग्राहकों को आश्वस्त करता है कि आउटगोइंग ऑफ-नेट मोबाइल कॉल पर 6 पैसा प्रति मिनट का शुल्क केवल तब तक जारी रहेगा जब तक TRAI अपने वर्तमान रेगुलेशन के अनुरूप IUC को समाप्त नहीं कर देता। हम TRAI के साथ सभी डाटा को साझा करेंगे ताकि वह समझ सके कि शून्य IUC यूजर्स के हित में है। वर्तमान में 6 पैसे प्रति मिनट है IUC शुल्क बता दें कि यह पूरा मामला इंटरकनेक्ट यूजेज चार्ज से जुड़ा है। IUC एक मोबाइल टेलिकॉम ऑपरेटर द्वारा दूसरे को भुगतान की जाने वाली रकम है। जब एक टेलीकॉम ऑपरेटर के ग्राहक दूसरे ऑपरेटर के ग्राहकों को आउटगोइंग मोबाइल कॉल करते हैं तब IUC का भुगतान कॉल करने वाले ऑपरेटर को करना पड़ता है। दो अलग-अलग नेट...

कश्मीर में सब कुछ सामान्य है तो राज्य में 9 लाख सैनिक क्या कर रहे हैं। मेहबूबा मुफ्ती

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर के जरिए भाजपा पर जमकर निशाना साधा। एक के बाद एक कई ट्वीट करके महबूबा ने भाजपा को कटघरे में खड़ा किया है। ट्वीट के जरिए लिखा कि अगर कश्मीर में सब कुछ सामान्य है तो वहां 9 लाख सैनिक क्या कर रहे हैं। महबूबा ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से होने वाले हमले को रोकने के लिए सैनिक यहां नहीं हैं, बल्कि विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए सैनिकों को रोका गया है। इसके बाद वह लिखती हैं कि सेना की प्राथमिक जिम्मेदारी सीमाओं की सुरक्षा करना है, न कि असंतोष को कुचलना। बता दें कि पीडीपी मुखिया इन दिनों नजरबंद हैं। उनकी बेटी इल्तिजा उनके ट्विटर अकाउंट पर सक्रिय हैं। एक और ट्वीट में महबूबा की बेटी लिखती हैं कि बीजेपी वोट पाने के लिए जवानों के कार्ड का इस्तेमाल करती है। लेकिन सच्चाई यह है कि कश्मीरियों को तोपों का चारा समझा जाता है, घाटी में अशांति फैलाने के लिए सेना मोहरा बन गई है। सत्तारूढ़ दल जवानों या कश्मीरियों की परवाह नहीं करता है। उनकी एकमात्र चिंता चुनाव जीतना है। महबूबा मुफ्ती ने इन बांड पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया गुरुवार को रिहा किए गए तीन...

बीजेपी सासंद साध्वी प्रज्ञा ने अदालत का फैसला मानने से किया इंकार, बोली बजेगा डीजे और लाउडस्पीकर!

बीजेपी सासंद साध्वी प्रज्ञा ने अदालत का फैसला मानने से किया इंकार, बोली बजेगा डीजे और लाउडस्पीकर! मध्यप्रदेश के भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को कोर्ट की अवमानना करते हुए देर रात तक लाउडस्पीकर और डीजे बजाने पर लगे प्रतिबंध को लगाने से और रोक लगाने से मना कर दिया है। आपको बता दें कि इस मामले को लेकर मीडिया में आई जानकारी के मुताबिक, प्रज्ञा ठाकुर ने नवरात्र पर लाउडस्पीकर और डीजे देर रात तक बजाने को कहा है कि सारे नियम कानून क्या केवल हिंदुओं के लिए है, हम ये नहीं मानेंगे, इस नवरात्री पर हम लाउडस्पीकर डीजे सब चालू रहेंगे और कोई गाइडलाइंस नहीं है। इसके बाद जब उन्हें अदालत का फैसला याद दिलाया गया तो साध्वी प्रज्ञा ने उसकी बात सुनकर यही कहा कि अदालत का फैसला उन्हें स्वीकार नहीं है। न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, साध्वी प्रज्ञा भोपाल में मीडिया से बात कर रही थी और इसी दौरान किए गए एक प्रश्न के उत्तर में प्रज्ञा ठाकुर ने यह बात कही है। उल्लेखनीय है कि प्रज्ञा ठाकुर ने इससे पहले भी कई ऐसे बयान दिए हैं जिन पर बखेड़ा खड़ा हुआ है। इससे पहले उन्होंने पूर्व वित्...

अपने रब की कौन कौन सी नेमतों को झुठलाओगे

अस्पताल में ऑक्सीजन का बिल देखकर ज़ारो कतार रोने लगा  सऊदी अरब के शहर रियाद में एक 78 साला बूढ़े शख्स को शदीद थकन की वजह से गिर जाने पर एक हॉस्पिटल में भर्ती किया गया उसे 24 घण्टे ऑक्सीजन पर रखा गया.. बाद में उसकी तबियत ठीक होने पर डॉक्टर ने उसे 600 रियाल का बिल थमा दिया बिल देखने के बाद वो बूढ़ा शख़्स ज़ारो कतार रोने लगा सब डॉक्टर बूढ़े को रोता देख ये समझने लगे कि बिल में मौजूद 600 रियाल की रक़म देख कर रोने लग गया है... लेक़िन उस बूढ़े शख़्स ने सब डॉक्टरों की ग़लत फ़हमी को दूर करते हुए बताया कि वो बिल की रक़म देख कर नही रो रहा है बल्की वो इस रक़म को बहुत आसानी से अदा कर सकता है, हक़ीक़त में वो ये देख कर हैरान है कि हॉस्पिटल वालों ने मुझे 24 घण्टे ऑक्सीजन मुहैय्या करने के 600 रियाल वसूल कर लिये लेक़िन मेरा खुदा मुझे गुज़िश्ता 78 सालों से बगैर किसी मुवावज़े के ऑक्सीजन मुहैय्या कर रहा है जिसने मुझे ज़िन्दा रखा हुआ है लिहाज़ा मैं ये सोंच कर रो रहा हुँ कि मैं अपने अल्लाह तआला  का कितना वाजिबुल हक अदा  कर रहा हूं अल्लाह तआला की नेअमतों का जितना शुक्र अदा किया जाए वो कम है अपने रब की कौन कौन सी नेम...

रोजाना नाइट शिफ्ट लक्ष्मी भोपाल स्टेशन पर काम करती हैं

हौसलों की कई कहानियां आपने देखी और सुनी होगी लेकिन भोपाल की रहने वाली लक्ष्मी की कहानी संघर्ष की ऐसी दास्तां है, जिसे देखकर हर कोई उनके हौसले की दाद दे रहा है. हम बात कर रहे हैं भोपाल की पहली महिला कुली लक्ष्मी की जिसने अपने परिवार का पेट पालने और बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए दूसरों का बोझ उठाने वाले कुली का पेशा चुना, जिसपर आमतौर पर पुरुषों का वर्चस्व रहता है. दरअसल, लक्ष्मी की शादी भोपाल रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले कुली राकेश से हुई थी. पति की मौत के बाद लक्ष्मी को रेलवे अधिकारियों ने नियमानुसार कुली की नौकरी दी. जहां लक्ष्मी की पहचान बना बिल्ला नंबर 13. इसी बिल्ला नंबर 13 को पहनकर लक्ष्मी भोपाल रेलवे स्टेशन पर रोजाना नाइट शिफ्ट करती है. कुली का काम करने से होने वाली कमाई से लक्ष्मी अपने घर का खर्चा भी चलाती है और बच्चों की शिक्षा से लेकर उनकी परवरिश भी करती है. हालांकि लक्ष्मी को इस बात का मलाल है कि उसकी कमाई इतनी नहीं है कि वो अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा दिला सके. हालांकि उसका कहना है कि सरकारी स्कूल में भी अच्छी शिक्षा आजकल मिलने लगी है तो उसको इस बात का भरोसा है कि उसके बच्चे...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निवास पर विशाल धरना

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आवास पर विशाल धरना। मध्य प्रदेश की राजधानी जिलों की नगरी भोपाल की मध्य विधानसभा की सीट के विधायक श्री आरिफ मसूद के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर धरना दिया गया है। मध्य प्रदेश की सात करोड़ पचास लाख लोगो का 32 लाख 171 करोड़ रुपए रिलीज करने की मांग को लेकर यह धरना दिया जा रहा है। मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेसियों का यह विशाल धरना है।

जोमैटो अब उड़कर फूड डिलीवरी करेगा

जोमैटो कंपनी ने कहा है अब जो है फूड डिलीवरी ड्रोन से कीजाएगी । जोमैटो कंपनी ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी है जो ऑनलाइन ऑर्डर को कस्टमर  तक फूड सप्लाई करती है। कंपनी की तरफ से कहां गया है कि ड्रोन डिलीवरी का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया गया है परीक्षण के लिए एक हाइब्रिड ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। ड्रोन की मदद से 5 किलोमीटर की दूरी 10 मिनट में तय की जा सकती है इसकी गति 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से होगी। इस ड्रोन की मदद से ग्राहकों के पास कम समय में फूड डिलीवरी की जा सकती है। प्रदूषण और ट्राफिक की समस्याओं से भी छुटकारा मिल जाएगा। सपना नहीं जल्द हकीकत में बदलेगी ड्रोन फूड डिलीवरी जोमेटो ने बताया कि ड्रोन की टेस्टिंग एक हफ्ते पहले रिमोट साइट पर की गई, सह साइट डीजीसीए से अप्रूव्ड है फूड डिलीवरी कंपनी के अनुसार इस तरह के परीक्षण रिमोट साइट पर ही किए जाते हैं, जिन्हें ऐसे परीक्षण के लिए तैयार किया जाता है।

डॉक्टर कफ़ील ख़ान को मिली क्लीनचिट

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के निलंबित शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कफ़ील ख़ान विभागीय जांच में निर्दोष पाए गए हैं. बीआरडी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 10 अगस्त 2017 को ऑक्सीजन की कमी से कई बच्चों की मौत हुई थी. डॉक्टर कफ़ील को लापरवाही, भ्रष्टाचार और ठीक से काम नहीं करने के आरोप में सस्पेंड किया गया था. लेकिन अब विभागीय जांच रिपोर्ट में डॉक्टर कफ़ील को सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया है. इससे पहले डॉक्टर कफ़ील ख़ान इन्हीं आरोपों में 8 महीने की जेल काट चुके हैं. ये जांच रिपोर्ट भी इस साल 18 अप्रैल को ही आ गई थी लेकिन डॉ कफ़ील को कल ही दी गई.  क्लीनचिट मिलने के बाद डॉ. कफील ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि क्लीनचिट मिलने से वह काफी खुश हैं. जांच रिपोर्ट में आने में दो साल लग गए हालांकि उनको न्याय की उम्मीद थी. लेकिन 2 सालों तक उनके परिवार ने प्रताड़ना बर्दाश्त की है.